आज मेरा पाठकों से एक प्रश्न है – “आप मेरे लेख को सिर्फ आनंद के लिए पढ़ते हैं या उसमे ज़िंदगी के समाधान को ढूंढते हैं| यदि आप यूट्यूब पर ‘उज्ज्वल पाटनी शो’ देखते हैं तो उसका कारण आपके मोबाइल ऑपरेटर का दिया हुआ मुफ्त डेटा है या आप अपने जीवन में कुछ बदलना चाहते हैं? ये लेख पढ़कर एक औपचारिकता हो जाती है या आप तुरंत निर्णय लेते हैं कि आज ही कुछ बदला जाए|
सामान्यतः हम सब का ध्यान हमारे जीवन की खुशियों या अवसरों की बजाय कमियों और समस्याओं पर होता है| मैं यह बात अपने अनुभव से कह रहा हूँ क्योंकि हर महीने औसतन लगभग पचास हज़ार लोगों से मेरी बात-चीत होती है|
एक प्रोफेसर क्लास में गए और उन्होनें दीवार पर बहुत बड़ा कागज़ लगाया जिसके बीच एक छोटा सा काला धब्बा लगा हुआ था| उन्होनें सभी विद्यार्थियों से कहा कि इस कागज़ में जो भी नजर आ रहा हो, उस पर टिप्पणी करो । आश्चर्य की बात यह है कि उन तीस विद्यार्थियों में से अट्ठाईस ने उस काले धब्बे के बारे में लिखा और उस विशाल सफेदी का जिक्र ही नहीं किया।
सफलता पर आधारित हमारे वी आई पी प्रोग्राम में कृतज्ञता की एक अद्भुत गतिविधि करते हैं। इस गतिविधि में सभी को एक पेपर पर उन चीजों की सूची बनानी पड़ती है जिनके लिए वो कृतज्ञ हैं। कोई ऐसी चीज़ जिससे दुनिया में कोई न कोई वंचित हैं जैसे मेरे पास आँखें है, सोचने के लिए दिमाग है, घर है, परिवार है, मैं पढ़ाई कर पाया, मैं अपने हाथों से काम कर सकता हूँ और पैरों से चल सकता हूँ , मेरे पास टीवी है, मोबाइल है, बाइक है, कार है, इज्जत है, कोई प्यार करने वाला है आदि । क्योंकि दुनिया में ऐसे करोड़ों लोग है जिनके पास ये नहीं है और इसका मोल वो ही समझते हैं। उसके बाद एक और शीट पर उन्हे तकलीफ़ें लिखने को कहा जाता है। सब आश्चर्यचकित हो जाते हैं जब उन्हें ये एहसास होता है कि हमारी तकलीफ़ों की सूची कृतज्ञता की सूची से बहुत ही छोटी है और लगभग नहीं के बराबर है। इसके बाद उन्हें एहसास होता है कि वो ढूंढ ढूंढ कर समस्या निकाल रहे थे जबकि जीवन में खुश होने के लिए भी बहुत कुछ था।
एक बार अकबर के दरबार में एक विख्यात चित्रकार आया जिसने वहाँ एक चित्र बनाया|
अकबर ने उस चित्र को देखकर कहा की यह दुनिया का सबसे अच्छा चित्र है। सारे दरबारियों ने भी हाँ में हाँ मिलाया। बीरबल बोले, ”महाराज, सब आपका दिल रखने के लिए कह रहें हैं|” अकबर ने कहा, “सिद्ध करके दिखाओ।“
अब बीरबल ने कहा कि आप इसी चित्र का एक दूसरा नमूना बनवा कर यहाँ रखवा दीजिये और सभी दरबारियों से कहिए कि इस पेंटिंग में जो दोष नज़र आ रहा है उसको सुधार कर आइये| यदि दोष नज़र नहीं आ रहा है तो बिना छूए वापस आ जाएं| आप को यह जानकर अचरज होगा कि सारे दरबारी अंदर गए लेकिन चित्र जस का तस था और उसमें एक दाग भी नहीं लगा था| बीरबल ने कहा कि महाराज कमियाँ ढूंढने के लिए हर आदमी तैयार बैठा है लेकिन समाधान पर अधिकांश लोग काम नहीं करना चाहते।
आप मेरी एक सलाह मानकर आज ही कृतज्ञता की सूची बनाइये। हर चीज़ के बारे में लिखिए जो आपके पास है लेकिन दुनिया में अनेक लोगों के पास नहीं है। उस शीट में चोटी से बड़ी हर नेमत के बारे में लिखें। उसके बाद तकलीफ़ों की सूची बनाएँ। यदि आप यह काम ईमानदारी से करेंगे तो आज ही आपका जीवन खुशी से भर उठेगा। यह गतिविधि करने के बाद मुझे ईमेल जरूर करना की आपके जीवन में क्या बदलाव आया
क्रांतिकारी सलाह याद रखे:
कमियाँ नहीं, खुशियाँ ढूंदिए
समस्या पर कम, समाधान पर ज्यादा समय लगाएँ
परिस्थितियों पर रोये नहीं, सुधारने का प्रयास करें।
औसत नहीं, बड़े सपनों वालों के साथ रहें
जो है उसका उत्सव मनाएँ, जो नहीं है उसका शोक छोड़ें
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