साथियों मैं लोगों से अक्सर पूछता हूँ कि आपका सबसे बड़ा दुश्मन कौन है| कौन सी ऐसी चीज़ है, जो आपको सफल नहीं होने दे रही, कौन आपकी राह की सबसे बड़ी बाधा है|
जवाब में गरीबी, कम शिक्षा, माँ बाप से सपोर्ट नहीं मिलना, समाज का साथ नहीं मिलना, छोटा शहर, इंग्लिश नहीं आना, कम्प्युटर नहीं आना, जैसे अनेक कारण लोगों ने बताए। लेकिन यदि सबसे बड़े दुश्मन को पहचानना हो तो ध्यान से यह कहानी पढ़िये|
एक कंपनी में, नया सुपरवाइसर आया| उसने देखा कि लोग मेहनत नहीं करते, डिप्रेस्ड हैं और पूरा प्रयास नहीं करते |हर आदमी दूसरे को कोसता रहता है|उसने एक दिन सबको एक हाल में बुलाया, उस हाल में अंदर एक पर्दा लगा था|
सुपरवाइसर ने सबसे कहा, एक-एक करके अंदर आइये और पर्दे के भीतर जाइए|| पर्दे के भीतर एक बड़ा शीशा लगा हुआ था,हर आदमी खुद को देखता और बाहर आ जाता| फिर उसने कहा तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन कोई और नहीं तुम हो|सुपरवाइसर ने समझाया, तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन बाहर नहीं है , तुम स्वयं हो|
दुनिया में बड़ा होने से और मेहनत करने से किसी ने भी नहीं रोका है, फिर हम मेहनत क्यों नहीं करते| दुनिया में सुबह जल्दी उठने से,सच बोलने से, बड़ों का आदर करने से, किसी ने नहीं रोका है फिर भी लोग ऐसा क्यों नहीं करते हैं|चाहे लोग कितनी भी दुश्मनी पाल लें, वह आपकी गति को स्लो कर सकते हैं, लेकिन आपको रोक नहीं सकते|
बादल चाहे कितने भी बड़े और घने क्यों नहीं हो, बादल कि औकात नहीं है कि सूरज की रोशनी को रोक ले| जब सूरज उगेगा चीर कर रख देगा| अंधेरा चाहे कितना भी घना क्यों नहीं हो, रात चाहे कितनी भी काली क्यों न हो, रात की औकात सूरज की एक किरण से ज़्यादा की नहीं है| सूरज की एक किरण पड़ी और अंधेरा गायब |
दुनिया में किसी बाधा की हैसियत,आपकी काबिलियत से ज़्यादा नहीं है| आप रुक जाने के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं| इंग्लिश नहीं आती, कम्प्युटर नहीं आता तो सीख सकते हो| वज़न ज़्यादा है, दौड़ कर या डाइटिंग से, कम कर सकते हो, |आस-पास किसी को सपोर्ट का नहीं मिलता, दूर जा कर सपोर्ट ले सकते हो| छोटा गाँव है तो बड़े शहर में जा सकते हो|आप जो चाहे, वो कर सकते हैं।
संसाधन नहीं है, तो आज जो है, उसीसे शुरुआत कीजिये | दस लोगों के सामने अपना प्रस्ताव दे,अपना आइडिया पेश कर के छोटा होने में कोई हर्ज़ नहीं है| बड़ा बनने के लिए हर आदमी को छोटा बनना पड़ता है, इसलिए बहाना बनाना छोड़िए |
सबसे बड़े दुश्मन सिर्फ आप हैं , आपने रोका है अपने आप को| आप एक्शन से ज़्यादा बातें करते रहे, पसीना बहाने से ज़्यादा घर में बैठ कर सपने बुनते रहे या आने वाले कल से डरते रहे | “फियर ऑफ अननोन” अर्थात “अज्ञात का भय”, दुनिया का सबसे बड़ा डर है| इस भय का कोई आधार नहीं है ,फिर भी सबसे कॉमन है|आप को हराना है, तो आप को खुद को हराना होगा, दुनिया को जीतने के लिए पहले खुद को जिताना होगा |
जिसने खुद को जीत लिया, उसने दुनिया को जीत लिया| जिसने खुद पर अनुशासन कर लिया, उसने दुनिया पर अनुशासन कर लिया, जिसने खुद का सम्मान कर लिया, उसने दुनिया का सम्मान कर लिया| जिसने खुद की आदतें बदल ली, दुनिया उसके रास्ते में बिछ गयी| जिसने खुद सफलता हासिल कर ली, वह दुनिया के लिए ‘रोल मॉडल’ हो गया|
सिर्फ और सिर्फ एक को हराना है, खुद को| आपका कोंपीटीशन बाहर किसी से नहीं है, आपका कोंपीटीशन अपने आप से है |कल जो आपने परफ़ार्म किया था, उससे बेहतर आज परफ़ार्म करना है| कल आप जो थे,आज आपको उससे बेहतर बनना है |
सबसे बड़े दुश्मन सिर्फ आप हैं , आपने रोका है अपने आप को| आप एक्शन से ज़्यादा बासिर्फ और सिर्फ एक को हराना है, खुद को| आपका कोंपीटीशन बाहर किसी से नहीं है, आपका कोंपीटीशन अपने आप से है |कल जो आपने परफ़ार्म किया था, उससे बेहतर आज परफ़ार्म करना है| कल आप जो थे, आज आपको उससे बेहतर बनना है |
हल्के लोग मिले तो फूल मत जाना, आसमान में मत चढ़ जाना, ज़मीन से दो फुट मत उठ जाना क्योंकि जिसके आस-पास ऐसे लोग हैं, जो वाह-वाह करते रहते हैं, उसके पतन का दौर शुरू हो जाता है| हर आदमी के आस-पास ऐसे लोग होने चाहिए जो उसे छोटा बनाए रखें, जो उसको खुद का सामाना करने में हीनता महसूस कराते रहें| जिसने खुद पर विजय हासिल कर ली, वह दुनिया पर विजय हासिल कर सकेगा |
आज इस दुश्मन को हराओ, अगले हफ्ते नहीं, अगले महीने नहीं, अगले साल नहीं| आदर्श स्थिति का इंतज़ार मत करो, इस दुश्मन को हराओ, इस दुश्मन को हरा लोगे तो बाहर किसी की ताकत नहीं कि तुमको रोक ले |
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