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Writer's pictureDr. Ujjwal Patni

"Once Upon A Time In Mumbai" से पांच शक्तिशाली मंत्र

मूवीज़ में जीवन के इतने असाधारण पाठ छुपे होते हैं कि यदि उनको गहराई से समझ लिया जाए, तो वह अपने आप में मैनेजमेंट की पाठशाला है | वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई के कुछ डायलॉग यहां शेयर कर रहा हूँ, जो अपने आप में जीवन और व्यापार प्रबंधन की फिलोसॉफी है |



डायलॉग 1-
"अब जब दो ट्रेन एक ही पटरी पर आमने- सामने होगी ,तो टक्कर तो होगी ही, पर हाँ, नुकसान उसी का ज्यादा होगा जो धीरे चल रही है और पुरानी हो चुकी है"

व्यापार में तो प्रतिस्पर्धा होती ही है, क्योंकि बिना प्रतिस्पर्धा के कोई व्यापार हो ही नहीं सकता | लेकिन इसमें नुकसान उनको होता है जो धीमे चलते हैं, जो निर्णय लेने में समय लेते हैं |


"जो पुरानी हो चुकी है" का अर्थ जो परिवर्तन के लिए तैयार नहीं है | दुनिया हर दिन तेजी से बदल रही है और यहां मेरा फेवरेट वाक्य आपसे शेयर करना चाहता हूँ "इफ यू आर नॉट अपग्रेडिंग, यू आर डाउनग्रेडिंग " अर्थात यदि आप बेहतर नहीं हो रहे हैं तो आप कमतर हो रहे हैं | पुराना होने से बचने के लिए के लिए नए लोग और नई सीख जरूरी है इसलिए आज सफल लोग नॉलेज बजट बनाने लगे है।


डायलॉग 2
"शेर से हल चलवाओगे तो किसान मरेगा ही"

जब काबिल लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार काम नहीं दोगे, तो आप कभी उनका फायदा नहीं उठा पाओगे | कभी वंश-वाद के कारण, कभी चापलूसी के कारण, काबिल लोग नीचे छूट जाते हैं और नाकाबिल ऊपर आ जाते हैं | याद रखिये, यदि आपके पास असाधारण टीम होगी, तो वो आपके साधारण आइडिया को भी असाधारण बना देगी और यदि आपकी टीम साधारण होगी तो आपके असाधारण आइडिया को भी साधारण बना देगी | परिवार हो या व्यापार, जिम्मेदार पदों पर काबिल लोगों को बिठाएँ | यदि कमजोर को क्षमता से बड़ा काम दोगे तो भी नुकसान होगा। यदि काबिल को हल्का काम दोगे तो काबिलियत खत्म हो जाएगी।



डायलॉग 3
"जब दोस्त बनाकर काम हो सकता है तो दुश्मन क्यों बनाएं"

जीवन और व्यापार में दुश्मनी की कोई आवश्यकता नहीं है | यदि बहुत बड़े मुद्दे में दुश्मनी कोई फायदा दे सकती है तो अलग बात है अन्यथा,नगण्य चीजों के लिए दुश्मनी का कोई अर्थ नहीं है | जीवन दोस्त बनाने के लिए है। चाहे व्यापार में आपके सप्लायर हो, चैनल पार्टनर हो या आपके कोई कर्मचारी हो किसी से भी अनावश्यक दुश्मनी लेने में कोई फायदा नहीं है | यह डिजिटल युग है यहाँ कोई भी आपके प्रोडक्ट को रेट कर सकता है और आपके बारे में नकारात्मक कमेंट भी कर सकता है इसलिए जहां तक हो सके, दोस्त बनाकर काम निकालिये।


इस विषय पर डॉ पाटनी ने एक शक्तिशाली शो रिलीज किया जिससे लाखों लोग प्रेरित हुए। विडियो नीचे देखें ।


डायलॉग 4
"जब तक नाल और नकेल नहीं लगती, हर घोड़ा खच्चर ही लगता है"

यह अपने आप में जीवन और व्यापार का बहुत बड़ा सिद्धांत है | जब तक किसी आईडिया और प्रोडक्ट को ठीक तरीके से पैक करके प्रस्तुत ना किया जाए, उसकी कीमत नहीं आती | जब तक इंसान अपने गुणों और अपनी क्षमताओं को ठीक तरह से प्रस्तुत ना करें उसका सही मोल नहीं लगता | हीरो को भी कांच के टुकड़ों के बीच रख दो, तो हीरे की कीमत कांच में बदल जाती है। इसलिए अपने आप को, अपने उत्पाद को, अपने व्यापार को सर्वश्रेष्ठ रूप में प्रस्तुत करें क्योंकि दुनिया में "जो दिखता है वही बिकता है" |



डायलॉग 5
"अगर धंधा शांति से करना है, तो धमाके तो करने ही पड़ेंगे"

यदि हम व्यापार की बात करें तो शांति से जीना किसे कहोगे। शांति से जीने के लिए लीडरशिप , विशालता, प्रभुत्व आदि गुण चाहिए, क्योंकि हर छोटी मछली को बड़ी मछली खा जाती है | यदि आप महत्वपूर्ण नहीं है तो आप जीवन भर औसत बने रहेंगे | कहते हैं सफल होने के लिए आपका व्यक्तित्व और आपका व्यापार सबको दिखाई और सुनाई देना चाहिए, लोगों की नजर में आना चाहिए | आपको लगातार सक्रिय रहकर, इनोवेटिव थिंकिंग करके सक्रियता दिखाना होगा।| अपने आपको टी. बी.टी. एफ़ अर्थात टू बिग टू फेल बनाना होगा।इतने बड़े हो जाओ कि असफल होने में भी बहुत सारी दिक्कतें आ जाएं |


आपने लॉक डाउन की अवधि में खूब सारी पिक्चरें देखी होंगी, अब जरा उनके पाठ ढूंढिए और जीवन में अपनाईये क्योंकि खाली ज्ञान लेने में कुछ नहीं होता, यदि कोई भी परिवर्तन चाहिए तो उस पर अमल करना होगा |


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